दोस्तों आज के समय में काफी बच्चों के साथ यह समस्या आ रही है कि वह अपनी पढ़ाई पर फोकस नहीं कर पा रहे हैं। उनकी पढ़ने में रुचि कम होती जा रही है और कुछ विद्यार्थी ऐसे हैं जो पढ़ते तो बहुत हैं, लेकिन वह पढ़ा हुआ भूल जाते हैं। पर ऐसा क्यों है ? आप पढ़ना चाहते हैं फिर भी आपका पढ़ाई में मन क्यों नहीं लगता है? चलिए इस पर बात करेंगे आज के इस ब्लॉग में।
सबसे पहले आप बताइए कि आप क्या लगातार 5 घंटे पढ़ते हैं और क्या उस समय में आप हमेशा एनर्जेटिक और फोकस्ड महसूस करते हैं ? आप में से अधिकतर विद्यार्थियों का जवाब होगा नहीं क्योंकि लंबे समय तक पढ़ना या यह कहूं फोकस्ड होकर पढ़ना काफी बच्चों के लिए मुमकिन नहीं है। काफी बच्चों का कहना है कि जब वह दो-तीन घंटे पढ़ लेते हैं तो उन्हें बोरियत होने लगती है। जिससे वे एक्टिवली नहीं पढ़ पाते और अपना जो लक्ष्य है उसको हासिल नहीं कर पाते। तो पढ़ाई के लिए कौन सा मंत्र है जिससे आप कुशलता से पढ़कर अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।
पढ़ाई में मन क्यों नहीं लगता हैं ?
अगर आप भी परेशान है कि आपका पढ़ाई में मन क्यों नहीं लगता तो सबसे पहले आपको वह कारण ढूंढना चाहिए जिसकी वजह से आप पढ़ नहीं पा रहे हैं। देखिए हर चीज के पीछे कोई ना कोई कारण अवश्य होता है तो आपके पढ़ने और ना पढ़ने के पीछे भी कोई कारण जरूर होगा। आपको आराम से बैठकर ध्यान लगाना है कि ऐसा कौन सा कारण है जिसकी वजह से आप पढ़ाई नहीं कर पा रहे हो। ऐसी कौन सी वजह है जिससे आपका पढ़ाई में मन नहीं लग रहा हैं।
11 सामान्य कारण पढ़ाई में मन ना लगने के
1. पढ़ाई करने से नींद आना
2. किसी के दबाव में आकर पढ़ाई करना
3. किसी ओर की इच्छा के लिए पढ़ना
4. पढ़ाई करने का उचित वातावरण ना होना
5. बिना किसी टाइम टेबल के पढ़ाई करना
6. अच्छी टीचर न मिलाना
7. सही स्टडी मैटेरियल ना मिल पाना
8. पढ़ाई का ज्यादा डिप्रेशन लेना
9. मानसिक या शारीरिक रूप से कमजोरी महसूस करना
10. एकाग्रता की कमी होना
11. बिना रुचि के पढ़ाई करना
पढ़ाई के प्रति कंसंट्रेशन बढ़ाने के लिए यह करें
पढ़ाई करते समय नींद क्यों आती है ?
देखिए पढ़ाई करने से नहीं हर उसे काम को करने में नींद आती है जिसमें हमारी रुचि नहीं होती है वह काम पढ़ाई भी हो सकता है और कढ़ाई भी। तो सबसे पहले तो आपको पढ़ाई के लिए रुचि जागृत करनी है। मान लीजिए अगर किसी दिन आपका पढ़ने का मन नहीं है तो सिर्फ 10 मिनट पढ़िए, अगले दिन 20 मिनट और ऐसे ही धीरे-धीरे समय बढ़ते जाइए। इससे होगा यह की धीरे-धीरे आपकी पढ़ने की आदत बनती जाएगी और आप फिर पूरे दृढ़ निश्चय के साथ पढ़ाई कर सकोगे बिना नींद लिए। तो सबसे पहले पढ़ने के प्रति रुचि जगाएं और शुरुआत आज से करें क्योंकि कभी कल आता नहीं है और पढ़ाई में मन लगता नहीं है।
पढ़ाई करने का उचित वातावरण क्या होना चाहिए ?
देखिए बहुत चलोगे मन में सवाल आता है कि पढ़ने का उचित वातावरण क्या होना चाहिए। कैसे वातावरण में पढ़ाई अच्छी होती है ? तो इसका स्पष्ट जवाब है कि आपको उसे वातावरण में पढ़ना चाहिए जिसमें आप अपने आप को एकाग्रता महसूस करते हैं। उदाहरण के लिए जब आप गेम्स खेलते हैं तो आप उनमें इतना मशगूल हो जाते हैं कि आप अपने माता-पिता की बात भी अनसुनी कर देते हैं। तो जो एकाग्रता और रुचि आप अपने गेम के लिए रखते हैं वैसे ही एकाग्रता के साथ अगर आप पढ़ाई करेंगे तो आप सफल बन सकते हैं। अर्थात आपको एकाग्रता के साथ पढ़ना है और आसपास की किसी भी गतिविधि से डिस्ट्रक्ट नहीं होना हैं। और खासकर अपने पढ़ने के समय मोबाइल फोन को दूर रख देना है जिससे उसके नोटिफिकेशंस आपकी एकाग्रता भंग ना कर सके। ऐसा करने से आपको पढ़ा हुआ भी याद रहेगा।
सबसे अच्छा पढ़ने का टाइम कौन सा होता हैं ?
काफी लोग पूछते हैं कि ऐसा समय बताओ जिसमें पढ़कर हमारा बच्चा अव्वल नंबर प्राप्त करें। वैसे तो हर किसी के लिए टाइम टेबल अलग-अलग होता है जैसे अमूमन लोग सुबह का समय पढ़ाई के लिए काफी अच्छा मानते हैं उनका मानना है कि सुबह जल्दी उठकर पढ़ना अच्छा होता है जिससे एकाग्रता भी बनी रहती है। पर दूसरी ओर काफी लोग सुबह ना पढ़कर रात में पढ़ना पसंद करते हैं। कई टॉपर्स सुबह पढ़ते हैं तो कई टॉपर्स रात को भी पढ़ते हैं तो यह आपको देखना है कि आप किस समय एकाग्रता से पढ़ सकते हैं। आपको अपना टाइम टेबल खुद निर्धारित करना होगा और यह ऐसा समय होगा जिसमें आप सिर्फ पढ़ाई पर फोकस करेंगे बिना कोई डिस्ट्रक्शन के।
24 घंटे में कितने घंटे पढ़ना चाहिए ?
इसका जवाब बाद ही सरल है उतना घंटे पढ़िए जितना कि आप पढ़ सकते हो बिना कोई मानसिक तनाव लिए। क्योंकि आप कितना घंटे पढ़ते हो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितना अच्छा परिणाम लाओगे। आपका उज्जवल भविष्य निर्भर करता है कि आप अपने काम को कितनी एकाग्रता के साथ करते हैं चाहे आप दिन में सिर्फ तीन घंटे ही पड़े पर उसे समय में आप सिर्फ पढ़ें। वह भी किसी और के लिए नहीं खुद के लिए, अपने भविष्य के लिए पढ़ें।
पढ़ते समय ब्रिक्स लेने चाहिए या नहीं ?
देखिए जब भी आप पढ़ रहे हैं तो यकीन मानिए आपका दिमाग भी थकान महसूस तो करेगा ऐसे में अगर आप लगातार पढ़ते रहेंगे तो आप वह आउटपुट नहीं दे पाएंगे जिसके लिए आप मेहनत कर रही हैं क्योंकि आपका दिमाग ब्रेक न लेने की वजह से थक जाएगा। ऐसे में आपको हर एक से दो घंटे में 10 मिनट का ब्रेक लेना चाहिए जिसमें आप अपने दिमाग को फ्रेश फील करवा सके। आप इन 10 मिनट में वॉक कर सकते हैं, आंख बंद कर कर बैठ सकते हैं या फिर कुछ ओर पढ़ सकते हैं जिसके पश्चात आपका दिमाग ओर एकाग्रता से पढ़ाई कर सकता है।
पूरे दिन को प्रोडक्टिव कैसे बनाएं ?
पूरे दिन को प्रोडक्टिव बनाने के लिए लक्ष्य निर्धारित कर ले कि आपको आज के दिन क्या-क्या पढ़ना हैं। और अपने लक्ष्य को छोटे-छोटे भागों में विभाजित कर ले और एक समय सीमा निर्धारित कर ले जिसके भीतर आपको उन्हें पूरा करना है। किस होगा यह कि आप अपने छोटे-छोटे लक्ष्यों को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। जैसे मान लीजिए कि आपको हिस्ट्री का एक पाठ याद करना है, ऐसा करने के लिए आप अपने लक्ष्य को विभाजित कर ले की सबसे पहले आप आधा पाठ पड़ेंगे उसके मुख्य बिंदुओं को किताब में लिखेंगे तत्पश्चात बाकी का बच्चा हुआ पाठ पढ़ेंगे और शेष बचे हुए बिंदुओं को किताब में लिखेंगे। ऐसा करने से आप अपने हिस्ट्री जैसे नीरस विषय को भी आसानी से पूरा कर लेंगे। बाद में आपने जो मुख्य बिंदु किताब में लिखे थे उनको दोबारा से दोहरा सकते हैं जिससे आपको वह पाठ अच्छे से याद हो जाएगा।
उम्मीद है अब आपको अपने सवालों का जवाब मिल गया होगा कि कैसे आप पढ़ाई में मन लगा सकते हैं ? और कैसे बिना नींद लिए पढ़ाई कर सकते हैं ? तो ब्लॉक में अंकित टिप्स को फॉलो कीजिए और पढ़ाई में रुचि बढ़ाए।
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